मुझे बचालो मेरे पापा मैं तेरे दिल का टुकड़ा हूँ। मम्मा का बचपन है मुझमें, उसका ही सुं मुझे बचालो मेरे पापा मैं तेरे दिल का टुकड़ा हूँ। मम्मा का बचपन है मुझमें, ...
मेरे जन्म से क्या तुम हो जाती कलंकिनी ? मेरे जन्म से क्या तुम हो जाती कलंकिनी ?
समाज आज भी इनको अपनाना नहीं चाहता हैं तो फिर,आप सब ही बताए कैसे यह समाज बदलेगा? समाज आज भी इनको अपनाना नहीं चाहता हैं तो फिर,आप सब ही बताए कैसे यह समाज...
पढ़ें, आज के हालात पर लिखी गई रचना.. पढ़ें, आज के हालात पर लिखी गई रचना..
ग़ज़ल ग़ज़ल
ईश्वर का वरदान है बेटी, अब समझ मे आ गया अब समझ मे आ गया। ईश्वर का वरदान है बेटी, अब समझ मे आ गया अब समझ मे आ गया।